मालिक मकान न यूँ आता नोटिस न यूँ पकड़ाता मालिक मकान न यूँ आता नोटिस न यूँ पकड़ाता
इसलिए मुझे अपना ही घर लगता प्यारा है चाहे नहीं है दो मंजिला चाहे नहीं चौबारा है। इसलिए मुझे अपना ही घर लगता प्यारा है चाहे नहीं है दो मंजिला चाहे नहीं चौबारा ...
अपनों के आगे हाथ फैलता, हर पहर भूख से मरता। अपनों के आगे हाथ फैलता, हर पहर भूख से मरता।
अपना अपना करता है मन कुछ नहीं है अपना रे। अपना अपना करता है मन कुछ नहीं है अपना रे।
हर रोज़ एक एक पाई जमा कर के अपना आशियाना बनाया मैंने! हर रोज़ एक एक पाई जमा कर के अपना आशियाना बनाया मैंने...
अपनी ख्वाहिशें पूरा करने की, अपने पैरों पर खड़े होने की, अपने कदम पर चलने की, अपनी ख्वाहिशें पूरा करने की, अपने पैरों पर खड़े होने की, अपने कदम पर चलने ...